हि प्र बिलासपुर महर्षि वेदव्यास व महर्षि मार्कंडेय की जन्मस्थली तपोस्थली व्यासपुर भाखड़ा बांध परियोजना ” गंगा जैसी जीवन दयानी सतलुज नदी” पर बनी “गोविंद सागर झील” पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र बनी हुई है????????
हि प्र बिलासपुर महर्षि वेदव्यास व महर्षि मार्कंडेय की मातृभूमि, जन्मस्थली, तपोस्थली , व्यासपुर गंगा जैसी जीवन दयानी सतलुज नदी के दोनों किनारो पर महर्षि वेदव्यास के शिष्यों के आश्रम व गुरुकुल के जो भाखड़ा बांध परियोजना से बनी गोविंद सागर झील में सदा सदा के लिए जलमग्न हो चुके हैं लेकिन राष्ट्रीय उच्च प्राधिकरण द्वारा नया फोरलेन मार्ग गोविंद सागर झील के दाएं और बाएं किनारे पर विकसित हो जाने की वजह से गोविंद सागर झील पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है क्योंकि हिमाचल प्रदेश का पर्यटन विभाग उपरोक्त झील में छोटे क्रूज तथा अन्य कई प्रकार की वॉटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां इस झील में शुरू करने जा रहा है क्योंकि नया फोरलेन मार्ग झील के किनारे दाएं और बाएं किनारे पर जिला बिलासपुर की चारों विधानसभा क्षेत्र को विकसित करता हुआ नए पर्यटन स्थलों को विकसित कर रहा है इनमें मुख्य पर्यटन स्थल मंडी भराड़ी ब्रिज के पास भाखड़ा प्रबंधन बोर्ड द्वारा लगाई गई पुरातन क्रेन के पास पर्यटकों के लिए एफडी छोटे क्रूज व शिगारे आदि में बैठकर झील का आनंद ले सकते हैं इसलिए यह झील जहां पर मत्स्य विभाग द्वारा मछली क्रय विक्रय का औद्योगिक क्षेत्र है वहीं पर इस झील में पर्यटक मछली पकड़ने का आनंद भी ले सकते हैं मछली विभाग के स्वीकृति से तथा यह झील भाखड़ा से लेकर सलापड पुल तक पर्यटकों के लिए वॉटर स्पोर्ट्स तथा अन्य गतिविधियों का आकर्षण का केंद्र रहेगा जिससे न केवल हिमाचल प्रदेश सरकार की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा वही पर युवाओं को रोजगार भी प्राप्त होगा! दूसरे राज्य से आए हुए पर्यटक जहां पर झील के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेंगे वहीं पर मछली खाने वाले शौकीन लोगों के लिए तरह-तरह के व्यंजन का आनंद प्राप्त कर सकते हैं????